समस्त चराचर जगत का एकमात्र आधार जिसको केन्द्रित कर समस्त लोक उर्जा को प्राप्त करता है ऐसे भुवन भास्कर सूर्य जिनको नमन और जिनकी तेज़ की प्रसंसा वेदों में की गयी है | जिनसे ऋषि-मुनि बुद्धि को प्रेरित करने के लिए एवं अप्रतिम प्रज्ञा मेधा को प्राप्त करने के लिए उपासना किया करते है, जिनके स्तवन गायत्री मंत्र को कामधेनु और मंत्रराज कहा जाता है | ऐसे जगत के आत्मा सूर्य गुरुकुल परंपरा के मूल उत्स माने जाते है |