सूर्य

समस्त चराचर जगत का एकमात्र आधार जिसको केन्द्रित कर समस्त लोक उर्जा को प्राप्त करता है ऐसे भुवन भास्कर सूर्य जिनको नमन और जिनकी तेज़ की प्रसंसा वेदों में की गयी है | जिनसे ऋषि-मुनि बुद्धि को प्रेरित करने के लिए एवं अप्रतिम प्रज्ञा मेधा को प्राप्त करने के लिए उपासना किया करते है, जिनके स्तवन गायत्री मंत्र को कामधेनु और मंत्रराज कहा जाता है | ऐसे जगत के आत्मा सूर्य गुरुकुल परंपरा के मूल उत्स माने जाते है |

ओंकार

भारतीय संस्कृति में प्रणव ओंकार का महत्त्वपूर्ण स्थान है | इस ओंकार में सृष्टिकर्ता ब्रह्मा, पालनकर्ता विष्णु, संहारकर्ता महेश का ऐक्य स्वरुप दिखायी पड़ता है

वट वृक्ष

सनातन संस्कृति में वट वृक्ष का महत्त्वपूर्ण स्थान है इसे विश्वास का प्रतीक माना जाता है |

पर्णकुटी

जीव-जगत का आश्रय और प्राकृतिक संदर्भो से अत्यधिक जुड़ाव रखने वाला पर्णकुटी ज्ञानीजनों का प्रिय रहा है |

गुरुजन बृंद

ज्ञान-विज्ञान के प्रसारक, पोषक एवं संरक्षक के रूप में गुरु का स्थान भारतीय संस्कृति में सर्वोच्च सत्ता के रूप में ईश्वर के समतुल्य माना गया है |

बटुक

वैदिक संस्कृति की ऐसी मान्यता रही है कि प्रत्येक व्यक्ति जो ज्ञान के प्रकाश से अपने आप कप आलोकित करना चाहता है तो उसका प्राथमिक स्वरुप बटुक होता है |

वेद राशि

समस्त ज्ञान, भक्ति, उपासना एवं कर्मपथ प्रदर्शक के रूप में वेद का अत्यंत ऊंचा स्थान है | समस्त कलाएं एवं आचार-व्यवहार के प्रमुख सूत्र इन्ही वेदों में पाए जाते है | 

गौ

गावो विश्वस्य मातरः यह उक्ति प्राचीन गुरुकुल में गौ के महत्त्व को दर्शाता है |

सिंह

साहस, शक्ति, निडरता एवं आत्मबल के साथ जीवन जीने की प्रेरणा देता है |

मयूर

समाज के अंतर्गत सभ्रांत, स्वाभिमानी, निडर हो कर स्वकीय कर्तव्यों को पूर्ण करते रहने को प्रेरित करता है | 

हिरण

हिरण पुनरोत्थान तथा ईश्वर और धर्म के प्रति सम्मान एवं समर्पण का परिचायक होता है

यज्ञाग्नि

वेदों में यज्ञाग्नि की स्तुति उसके महत्त्व को दर्शाती है | यज्ञ में प्रदान की जाने वाली आहूतियों को यज्ञाग्नि ही देवताओं तक पहुँचाती है जिससे सम्पूर्ण वातावरण पवित्र एवं शुद्ध बना रहता है |

जलप्रवाह

भारतीय संस्कृति के अंतर्गत जल को देवता का रूप माना गया है एवं इसका  प्रवाह हमें निरंतर आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा प्रदान करता है

हंस

श्वेत हंस शांति को दर्शाता है तथा विद्या की देवी माँ सरस्वती के वाहन के रूप में विद्यमान है |

कमल

भगवान विष्णु को अत्यंत ही प्रिय यह कमल शुद्धता, आत्मनियंत्रण एवं पुनरोत्थान की शिक्षा प्रदान करता है |

संतुलित पर्यावरण

संतुलित पर्यावरण हमारे जीवन को आरोग्य प्रदान करता है जिससे हम सभी स्वस्थ्य रहते है |